📅 Wednesday, September 10, 2025 🌡️ Live Updates

जनमत: ‘निर्यात गुणवत्ता शब्द गलत’ .. राज्य राष्ट्रपति के बयान ने महिलाओं के बीच नाराजगी पैदा की

आखरी अपडेट:

राज्य अध्यक्ष मदन राठौर के एक बयान के बारे में राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में बहुत हलचल हुई है। महिलाएं उनके बयान को लेकर बहुत गुस्से में हैं। आइए जानते हैं कि इस बारे में जनता का क्या कहना है।

एक्स

निर्यात गुणवत्ता

हंगामा ‘निर्यात गुणवत्ता’ बयान पर गहरा होता है

हाइलाइट

  • भाजपा नेता के ‘निर्यात गुणवत्ता’ बयान पर विवाद
  • महिलाओं ने बयान को असंवेदनशील और अनुचित कहा
  • सोशल मीडिया पर बयान की सख्त आलोचना, माफी की मांग

उदयपुर:- भाजपा के राज्य अध्यक्ष मदन राठौर के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में गर्मजोशी पैदा की है। हाल ही में, जयपुर में आयोजित बिहार दिवस समारोह के दौरान, राठौर ने कहा, “हम बिहार में अभियान में भी जाएंगे। ‘निर्यात की गुणवत्ता’ हमारे सामने बैठा है। मैं उन्हें वहां भी भेजूंगा। हम उन सभी को भेजेंगे। हम बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे”।

इस कथन में, ‘निर्यात गुणवत्ता’ शब्द का उपयोग भाजपा नेता सुमन शर्मा के लिए किया गया था, लेकिन यह कथन अब विवादों में संलग्न है। इस बारे में राजनीतिक हलकों में न केवल आलोचना है, बल्कि महिलाओं में भी नाराजगी है।

कथन में शब्दों का चयन बिल्कुल गलत है
स्थानीय 18 रिपोर्टर ने इस विवाद पर उदयपुर की महिलाओं से बात की। शहर के सुषमा कुमावत ने कहा कि बयान में शब्दों का चयन बिल्कुल गलत था। उन्होंने कहा कि “निर्यात गुणवत्ता” जैसे “विशेषज्ञ” शब्द का उपयोग “विशेषज्ञों” के रूप में किया जाना चाहिए था, क्योंकि राजस्थान की महिलाएं आज हर क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।

महिलाओं को एक वस्तु के रूप में संदर्भित करना गलत है
उसी समय, एडवोकेट पायल ने भी इस कथन की दृढ़ता से आलोचना की और कहा कि इस तरह के शब्दों का उपयोग न केवल किसी भी महिला के लिए असंवेदनशील है, बल्कि यह कानूनी रूप से अनुचित भी हो सकता है। महिलाओं को एक वस्तु के रूप में संदर्भित करना पूरी तरह से गलत है। सोशल मीडिया पर भी इस कथन पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आई है। कई उपयोगकर्ताओं ने इसे एक महिला अपमान कहा है और राज्य राष्ट्रपति से माफी मांगने की मांग की है।

बयानों पर जिम्मेदारी की आवश्यकता है
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस तरह के बयान चुनावी रणनीतियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और विपक्ष को हमला करने का मौका मिल सकता है। हालांकि, अब तक भाजपा द्वारा कोई आधिकारिक स्वच्छता नहीं दी गई है। महिलाओं के आत्म -आचरण से संबंधित इस तरह के बयानों को संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है।

होमरज्तान

राज्य राष्ट्रपति के बयान पर एक हंगामा था, ‘निर्यात गुणवत्ता’ शब्द पर नाराजगी थी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *