Browsing: भगवान श्री राम

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥दिल, दिल का दिल हो जाता है।गुप्ता रूप अवतीरु प्रभु गया…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥गोस्वामी जी ने अब यज्ञवल्क्य-भद्वाज संवाद और द ग्रेटनेस ऑफ प्रैग…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥गोस्वामी जी अब रामचरित मानस की प्रकृति और इसके महत्व का…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥गोस्वामी जी अब रामचरित मानस की प्रकृति और इसके महत्व का…

क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंसधीरे -धीरे, जनकिजी की शादी हो गई। महाराजा जनक ने धनुष यज्ञ के माध्यम से अपना स्व्याम्वरा का आयोजन किया। निमंत्रण प्राप्त करने के…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥श्री रामगुन और श्री रामचरित की महिमागोस्वामी जी आनंदकंद भगवान श्री…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥श्री रामगुन और श्री रामचरित की महिमागोस्वामी जी आनंदकंद भगवान श्री…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥श्री रामगुन और श्री रामचरित की महिमाअब गोस्वामी जी आनंदकंद भगवान…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥राम की महिमाश्रद्धेय श्री तुलसीदासजी कहते हैं —- ओ यार! यदि…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥राम की महिमाश्रद्धेय श्री तुलसीदासजी कहते हैं —- ओ यार! यदि…