श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥दिल, दिल का दिल हो जाता है।गुप्ता रूप अवतीरु प्रभु गया…
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क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंसधीरे -धीरे, जनकिजी की शादी हो गई। महाराजा जनक ने धनुष यज्ञ के माध्यम से अपना स्व्याम्वरा का आयोजन किया। निमंत्रण प्राप्त करने के…
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