अबू धाबी हवाई अड्डों के एमडी और सीईओ एलेना सोरलिनी का कहना है कि यात्री अबू धाबी के पांच हवाई अड्डों में से एक, जायद इंटरनेशनल के नए टर्मिनल पर ‘अत्याधुनिक और उच्च स्तर की सेवा’ का अनुभव कर सकते हैं। फोटो: विशेष व्यवस्था
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा: भारत-यूएई के बीच बढ़ती यात्री संख्या का जवाब
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच व्यापार और संबंधों में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के सीईओ एलेना सोरलिनी ने हाल ही में कहा कि यह हवाई अड्डा भारत और यूएई के बीच बढ़ती यात्री संख्या को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डा अपनी क्षमता को लगातार बढ़ा रहा है और यात्रियों की बढ़ती संख्या का सामना करने के लिए तैयार है।
इस लेख में हम जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की भूमिका, इसके विस्तार योजनाओं और भारत-यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा की मांग पर चर्चा करेंगे।
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा: भारत और यूएई के बीच महत्वपूर्ण कड़ी
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अबू धाबी में स्थित है और यह भारत और यूएई के बीच प्रमुख हवाई कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह हवाई अड्डा 2019 में 21.8 मिलियन यात्रियों को संभाल चुका है, जिसमें से लगभग 60% भारतीय यात्री थे।
हवाई अड्डे के सीईओ एलेना सोरलिनी के अनुसार, जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत और यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वे कहती हैं, “भारत और यूएई के बीच हवाई यात्रा की मांग लगातार बढ़ रही है। हम इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं और अपनी क्षमता को लगातार बढ़ा रहे हैं।”
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा की महत्वपूर्ण भूमिका निम्नलिखित कारणों से स्पष्ट है:
- भारत-यूएई हवाई कनेक्टिविटी: जायद हवाई अड्डा भारत और यूएई के बीच प्रमुख हवाई कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और व्यक्तिगत यात्रा को बढ़ावा देता है।
- यात्रियों की बढ़ती संख्या: 2019 में जायद हवाई अड्डे ने 21.8 मिलियन यात्रियों को संभाला, जिसमें से 60% भारतीय यात्री थे। यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
- विस्तार और क्षमता वृद्धि: जायद हवाई अड्डा अपनी क्षमता को लगातार बढ़ा रहा है ताकि वह इस बढ़ती मांग का सामना कर सके। हवाई अड्डे ने हाल ही में अपनी क्षमता को 34 मिलियन से बढ़ाकर 45 मिलियन यात्रियों तक पहुंचा दिया है।
- संचालन और सुविधाएं: जायद हवाई अड्डा अत्याधुनिक सुविधाओं और दक्ष संचालन के लिए जाना जाता है, जो यात्रियों को एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करता है।
इस प्रकार, जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत और यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
भारत-यूएई हवाई यात्रा मांग में वृद्धि
भारत और यूएई के बीच व्यापार, निवेश और पर्यटन में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
कुछ प्रमुख आंकड़े इस बढ़ती मांग को दर्शाते हैं:
- व्यापार और निवेश: भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2020-21 में $73 बिलियन था। यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ते व्यापारिक और निवेश संबंध हवाई यात्रा की मांग को प्रेरित करते हैं।
- पर्यटन: भारतीय पर्यटकों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। 2019 में, 1.8 मिलियन भारतीय पर्यटक यूएई गए, जो कि यूएई का सबसे बड़ा पर्यटक बाजार था। यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
- प्रवासी श्रमिक: यूएई में लगभग 3.4 मिलियन भारतीय प्रवासी श्रमिक हैं, जो कि यूएई की कुल आबादी का लगभग 30% हिस्सा है। इन प्रवासी श्रमिकों के लिए नियमित हवाई यात्रा की जरूरत होती है।
- व्यक्तिगत यात्रा: दोनों देशों के नागरिकों के बीच परिवारिक, सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में वृद्धि हो रही है, जिससे व्यक्तिगत हवाई यात्रा की मांग में भी वृद्धि हुई है।
इन सभी कारकों ने भारत और यूएई के बीच हवाई यात्रा की मांग में वृद्धि की है। जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इस बढ़ती मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विस्तार और क्षमता वृद्धि
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी क्षमता को लगातार बढ़ा रहा है ताकि वह भारत और यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा मांग का सामना कर सके।
हाल ही में, हवाई अड्डे ने अपनी क्षमता को 34 मिलियन से बढ़ाकर 45 मिलियन यात्रियों तक पहुंचा दिया है। इसके अलावा, हवाई अड्डे ने निम्नलिखित विस्तार और सुधार कार्य भी किए हैं:
- नया टर्मिनल: हवाई अड्डे ने अपने नए टर्मिनल 3 का उद्घाटन किया है, जिसकी क्षमता 20 मिलियन यात्रियों तक है।
- रनवे विस्तार: हवाई अड्डे ने अपने दो रनवे का विस्तार किया है ताकि वह बड़े विमानों को संभाल सके।
- संचालन क्षमता: हवाई अड्डे ने अपने संचालन क्षमता को भी बढ़ाया है ताकि वह अधिक उड़ानों को संभाल सके।
- आधुनिक सुविधाएं: हवाई अड्डे में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी और सुविधाओं का उपयोग किया जाता है।
इन विस्तार और सुधार कार्यों के कारण, जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अब भारत और यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा मांग को पूरा करने में सक्षम है।
हवाई अड्डे के सीईओ एलेना सोरलिनी का कहना है, “हम इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं। हमने अपनी क्षमता को बढ़ाया है और हमारे पास आधुनिक सुविधाएं हैं जो यात्रियों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करती हैं।”
इस प्रकार, जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत और यूएई के बीच बढ़ती हवाई यात्रा मांग को पूरा करने के लिए तैयार है।
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा की अन्य विशेषताएं
जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अलावा, यह कई अन्य महत्वपूर्ण विशेषताओं से भी युक्त है जो इसे एक प्रमुख हवाई केंद्र बनाते हैं। कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- भौगोलिक स्थिति: जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अबू धाबी में स्थित है, जो कि यूएई की राजधानी है। यह स्थान यूरोप, अफ्रीका और एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण हवाई गेटवे के रूप में कार्य करता है।
- संचालन क्षमता: हवाई अड्डा दिन में 24 घंटे और साल में 365 दिन संचालित होता है। इसकी संचालन क्षमता बहुत उच्च है।
- आधुनिक प्रौद्योगिकी: हवाई अड्डा में आधुनिक प्रौद्योगिकी और स्वचालन प्रणालियों का उपयोग किया जाता है जो यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करते हैं।
- पर्यावरण के अनुकूल: जायद हवाई अड्डा पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं का पालन करता है और हरित पहल में शामिल है।
- यात्री सुविधाएं: हवाई अड्डे में व्यापक यात्री सुविधाएं जैसे खरीदारी, खाने-पीने के स्थान, मनोरंजन आदि उपलब्ध हैं।
- कनेक्टिविटी: जायद हवाई अड्डा दुनिया भर के 120 से अधिक गंतव्यों से जुड़ा हुआ है, जो इसे एक प्रमुख हवाई केंद्र बनाता है।
इन विशेषताओं के कारण, जायद अंतर्राष्ट्र
विस्तारित क्षमता और नए टर्मिनल भवन के साथ अबू धाबी का जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा यात्रियों के लिए एक अच्छा “समाधान” होगा, जब दुबई हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या इसकी क्षमता से अधिक होने की उम्मीद है, इसकी सीईओ एलेना सोरलिनी के अनुसार।
“दुबई हवाई अड्डे की क्षमता प्रभावित हुई है, वे थोड़ा और बढ़ेंगे लेकिन उन्हें दुबई वर्ल्ड सेंटर में विस्तार की आवश्यकता होगी। लेकिन अब हम अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए यहां हैं। मुझे लगता है कि जब तक वे तैयार नहीं हो जाते, हम अच्छे समाधान प्रदान करेंगे,” सुश्री सोरलिनी ने समझाया।
भारत अबू धाबी के लिए सबसे बड़ा बाजार है, जो सालाना 4.78 मिलियन यात्रियों के साथ 21% बाजार हिस्सेदारी का आनंद लेता है। मई के महीने में, कुल उड़ान गतिविधियों (आगमन और प्रस्थान) का 28% भारत से और भारत से थे। जायद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा – अबू धाबी के पांच हवाई अड्डों में से एक, पिछले साल 22.5 मिलियन यात्रियों को दर्ज किया गया और 2024 के अंत तक 27 मिलियन यात्रियों तक पहुंचने की उम्मीद है। इसकी कुल क्षमता 45 मिलियन यात्रियों की है, जिसे 65 मिलियन तक बढ़ाया जा सकता है।
‘अनूठा अनुभव’
सुश्री सोरलिनी ने कहा, “भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है, और इसलिए यह रुचि पूरे संयुक्त अरब अमीरात के लिए प्रासंगिक बनी हुई है।”
सुश्री सोरलिनी ने नए टर्मिनल के बारे में कहा, जो नवंबर 2023 में परिचालन शुरू करेगा, यात्री एक सुंदर इमारत का अनुभव कर सकते हैं जो कला का एक नमूना है और उच्च स्तर की सेवा है। 7,42,000 वर्ग मीटर में फैला यह टर्मिनल 11,000 यात्रियों को संभाल सकता है। प्रति घंटे और किसी भी समय 79 विमानों का संचालन। इसके 160 खुदरा, खाद्य और पेय पदार्थ आउटलेट भी हैं।
“ग्राहक फोकस का स्तर जो हम प्रदान करते हैं वह बेजोड़ है। यात्री हमारे फोकस के केंद्र में हैं, चाहे वह खुदरा, खाद्य और पेय पदार्थ और तेज और सुरक्षित यात्री प्रसंस्करण के लिए बायोमेट्रिक अनुभव हो। यात्री सहायता प्रदान करने के लिए जमीन पर भी कई लोग मौजूद हैं। हवाई अड्डे भी सहज हैं जैसे कि यात्रियों को अपने बोर्डिंग गेट का पता लगाने में सक्षम बनाना। ट्रेन पकड़ने और टर्मिनल बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह सब एक ही छत के नीचे है। प्रस्थान करने वाले यात्रियों के लिए एक पहुंच बिंदु भी है, ”सुश्री सोरलिनी ने हवाई अड्डे के लाभों के बारे में बताते हुए कहा।