आखरी अपडेट:
जलोर में गौ रक्ष सेवा संस्कृत ने बीमार और घायल गाय राजवंश के लिए एक अनूठी पहल की है। संस्थान ने अपने GAU डिफेंस ट्रीटमेंट सेंटर में 8 कूलर और 25 प्रशंसक स्थापित किए हैं, जो पूरी तरह से सौर ऊर्जा द्वारा संचालित है।

कूलर की ठंडी हवा में विश्राम …
हाइलाइट
- GAU डिफेंस सर्विस इंस्टीट्यूट ने सौर कूलर और प्रशंसकों को स्थापित किया।
- संस्थान ने 8 कूलर और 25 प्रशंसक डाले।
- पानी के टैंकरों को सूखे तालाबों में डाल दिया गया।
जलोर:- गर्मियों के इस झुलसाने वाले मौसम में, जहां मनुष्य भी राहत पाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं, यह जानवरों को इस गर्म गर्मी से बचाने के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। लेकिन जलोर में गौ रक्ष सेवा संस्कृत ने बीमार और घायल गाय राजवंश के लिए एक अनूठी पहल की है। संस्थान ने अपने GAU डिफेंस ट्रीटमेंट सेंटर में 8 कूलर और 25 प्रशंसक स्थापित किए हैं, जो पूरी तरह से सौर ऊर्जा द्वारा संचालित है।
गाय को गर्म हवाओं और गर्मी से बचाया जाएगा
संस्थान के सचिव अर्जुन सुनेश ने स्थानीय 18 को बताया कि ये कूलर और पंख परेशान गायन को राहत प्रदान करेंगे। गर्म हवाओं और गर्मी के कारण, कई गाय बीमार हो रही थीं, जिसके लिए इन विशेष व्यवस्थाएं उपचार और देखभाल के लिए की गई हैं। उन्होंने कहा कि बीमार और घायल गाय राजवंश के लिए 8 कूलर और 25 प्रशंसक स्थापित किए गए हैं, ताकि उन्हें गर्मी से राहत मिले। ये सभी डिवाइस सौर ऊर्जा के साथ चलते हैं, जो बिजली भी बचाएंगे और गाय राजवंश को ठंडा करना जारी रहेगा।
तालाबों में टैंकर की व्यवस्था
संस्थान केवल काउशेड तक सीमित नहीं था, लेकिन शहर और आसपास के सूखे तालाबों में पानी के टैंकर भी डाले जा रहे हैं। इसके अलावा, पक्षियों को प्यासे पक्षियों के लिए भी स्थापित किया गया है, ताकि ये जीव चिलचिलाती गर्मी में पानी के बिना न रहें। हर साल गर्मियों में गोजातीय और पक्षियों के लिए पानी की समस्या होती है। लेकिन इस समय की व्यवस्था समय में की गई है।
GAU डिफेंस सर्विस इंस्टीट्यूट का यह प्रयास पशु कल्याण की ओर एक बड़ा उदाहरण है। ये सौर ऊर्जा -पावर वाले कूलर और प्रशंसक गाय के राजवंश को गर्मी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा, पानी के स्रोतों और पक्षियों के लिए स्थापित पक्षियों का रिचार्ज भी संस्थान की संवेदनशीलता को दर्शाता है। निश्चित रूप से इस तरह के प्रयास गर्मियों के इस कठिन समय में जानवरों और पक्षियों को राहत प्रदान करेंगे।