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पशुपालन युक्तियाँ: मुर्रा नस्ल भैंस अपने उच्च दूध उत्पादन, उच्च वसा सामग्री और प्रतिरक्षा के कारण किसानों के लिए एक लाभदायक सौदा बन रही है। यह भैंस कम लागत पर प्रति दिन 12-20 लीटर तक दूध दे रही है …और पढ़ें

मुर्रा नस्ल
हाइलाइट
- मुर्रा बफ़ेलो प्रति दिन 12-20 लीटर दूध देता है।
- मुर्रा बफ़ेलो दूध 60-80 रुपये प्रति लीटर बेचता है।
- सरकार सब्सिडी और प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करती है।
उदयपुर। यदि आप भी खेती के साथ एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं जो कम लागत पर अधिक लाभ देता है, तो मुर्रा नस्ल का बफ़ेलो आपके लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। दूध उत्पादन में नंबर एक माना जाने वाला यह भैंस आज किसानों को करोड़पति बना रही है। इसके दूध की बाजार में विशेष मांग है, जबकि इसकी पहचान और गुण भी इसे अन्य नस्लों से पूरी तरह से अलग बनाते हैं।
मुर्रा बफ़ेलो दूध उत्पादन में एक सुपरस्टार है
मुर्रा बफ़ेलो को बढ़ाने के कई लाभ हैं। यह भैंस अधिक दूध का उत्पादन करने में सक्षम है। वसा सामग्री को उसके दूध में ऊंचा किया जाता है। मुर्रा नस्ल के भैंस में उच्च प्रतिरक्षा होती है, इसलिए इसे कहीं भी पाला जा सकता है। इसी समय, मुर्रा नस्ल के भैंस की मांग बाजार में सबसे अधिक है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका रखरखाव बहुत आसान है। पशुपालन विशेषज्ञों के अनुसार, मुर्रा नस्ल की बफ़ेलो न केवल एक विश्वसनीय निवेश है, बल्कि यह एक पशुधन है जिसमें किसानों की आर्थिक स्थिति को बदलने की शक्ति है। यदि आप भी पशुपालन से मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं, तो मुर्रा बफ़ेलो से बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती है।