चिकित्सा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री शरण प्रकाश आर. पाटिल बुधवार को मांड्या में मांड्या इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में एनाटॉमी वर्चुअल डिसेक्शन टेबल का उद्घाटन करते हुए। | फोटो साभार: स्पेशल अरेंजमेंट
चिकित्सा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री शरण प्रकाश आर पाटिल बुधवार को मांड्या के एक अस्पताल के दौरे के दौरान मरीजों से बात करते हुए। | फोटो साभार: स्पेशल अरेंजमेंट
चिकित्सा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री शरण प्रकाश आर. पाटिल ने बुधवार को कहा कि मांड्या आयुर्विज्ञान संस्थान (एमआईएमएस) परिसर में कैंसर अस्पताल के निर्माण का चल रहा कार्य अगले तीन माह में पूरा किया जाना चाहिए।
एमआईएमएस परिसर में विकास कार्यों की समीक्षा के बाद बोलते हुए उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल के सिविल कार्यों को एक महीने में पूरा किया जाए तथा शेष कार्य जैसे उपकरणों की स्थापना और अन्य सुविधाओं का प्रावधान तीन महीने में पूरा किया जाना चाहिए।
उन्होंने बैठक में कहा, “जब तक ये कार्य पूरे हो जाएंगे, तब तक कैंसर अस्पताल के लिए डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए वित्त विभाग से मंजूरी लेनी होगी।”
मांड्या जिला अस्पताल में एमआरआई और सीटी स्कैन की रिपोर्ट में देरी के बारे में मरीजों से प्राप्त शिकायतों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि वे रेडियोलॉजिस्ट के पदों को शीघ्र भरें और मरीजों को एक दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए टेली-सेवाओं का लाभ उठाएं।
अस्पताल परिसर में चल रही आउटसोर्स लैब के खिलाफ शिकायतों के बारे में डॉ. पाटिल ने कहा कि इसके कामकाज और अधिक कीमत वसूलने की शिकायतें मिली हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शिकायतें सही पाई गईं तो एजेंसी का टेंडर रद्द कर दिया जाएगा।
मंत्री ने एमआईएमएस अधिकारियों से यह भी कहा कि वे इस बात की जांच करें कि एजेंसियों द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों के खातों में वेतन, पीएफ और प्रोत्साहन राशि ठीक से जमा की जा रही है या नहीं। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर भुगतान में कोई विसंगति पाई गई तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एमआईएमएस के डॉक्टर निजी अस्पतालों में काम करते हुए या एमआईएमएस के कार्य समय में क्लीनिक चलाते हुए पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि अब से डॉक्टरों को दोपहर में ई-अटेंडेंस में अपनी उपस्थिति प्रमाणित करनी होगी।
मांड्या के विधायक पी. रवि कुमार ने कहा कि नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए बी. होसुर में भूमि उपलब्ध कराई जाएगी और उन्होंने मंत्री से अपने विभाग के अधिकारियों को परियोजना योजना तैयार करने का निर्देश देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर मंत्री ने एमआईएमएस के विद्यार्थियों के लाभ के लिए 2.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एनाटॉमी वर्चुअल डिसेक्शन टेबल का उद्घाटन किया।
बैठक के बाद मंत्री ने जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डों का दौरा किया। इस अवसर पर विधायक रमेश बंदीसिद्दे गौड़ा, विधान पार्षद दिनेश गूलीगौड़ा, मधु मादे गौड़ा, उपायुक्त कुमारा, चिकित्सा शिक्षा विभाग की निदेशक सुजाता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।