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कृषि समाचार: राजस्थान के अजमेर जिले के हाथीखेडा गांव के निवासी फतेह सिंह रावत ने साबित कर दिया कि असंभव को मजबूत इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से भी संभव बनाया जा सकता है। उन्होंने मखुपुरा के चट्टानी और बंजर पर विचार किया …और पढ़ें

अजमेर के फतेह सिंह रावत ने रॉकी ग्राउंड पर बादाम उगाया
हाइलाइट
- फतेह सिंह रावत ने बंजर भूमि पर बादाम उगाया।
- रावत जैविक तरीकों के साथ खेती करता है।
- रावत अब बड़े पैमाने पर खेती का विस्तार करेंगे।
अजमेर जब कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति पूरी वफादारी और आत्मविश्वास के साथ चलता है, तो कोई भी कठिनाई उसके रास्ते को रोक नहीं सकती है। राजस्थान के अजमेर जिले के हाथीखेद गाँव में रहने वाले फतेह सिंह रावत ने कुछ ऐसा ही दिखाया है। वह मखुपुरा में स्थित चट्टानी भूमि पर बादाम बढ़ने में सफल रहे हैं, जिसे खेती के लिए अनुपयुक्त माना जाता था।
बड़े पैमाने पर करने का सपना
फतेह सिंह रावत का उद्देश्य पारंपरिक गेहूं और धान के अलावा नई फसलों पर ध्यान देना है। उन्होंने बताया कि जिस भूमि पर उन्होंने बादाम उगाया है, वह पहले उपजाऊ नहीं थी, लेकिन कड़ी मेहनत और जैविक तरीकों के साथ उन्होंने इसे खेती योग्य बना दिया। रावत रासायनिक उर्वरक का उपयोग नहीं करता है। उनका मानना है कि जैविक खेती उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार करती है और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। उनका कहना है कि बेरोजगार युवा भी इस तकनीक के साथ रोजगार शुरू कर सकते हैं।