Browsing: भारत में ऋण-से-आय अनुपात के रुझान

बढ़ता कर्ज: घरेलू बचत पर दबाव वर्तमान समय में, कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। यह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि पूरे देश…