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ऐतिहासिक स्मारक: 18 वीं शताब्दी में, मेवाड़ के प्रधान मंत्री, अमरचंद बैडवा, किया गया था। मेवरी वास्तुकला की छाप हवेली की संरचना में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जिसमें नक्काशीदार खिड़कियां, सुंदर खिड़कियां, रंगीन …और पढ़ें

बागोर की हवेली
हाइलाइट
- बैगोर की हवेली उदयपुर की ऐतिहासिक विरासत
- मेवरी आर्किटेक्चर को हवेली में एक झलक मिलती है
- ‘हेरिटेज डांस प्रोग्राम’ हर शाम यहां आयोजित किया जाता है
उदयपुर। झीलों का शहर उदयपुर, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। स्थानीय 18 की ‘हेरिटेज’ श्रृंखला में, आज हम आपको उदयपुर की एक विशेष ऐतिहासिक हवेली के बारे में बताएंगे, जिसका नाम बैगोर की हवेली है। पिकोला झील के तट पर स्थित, इस हवेली को उदयपुर की सबसे भव्य और ऐतिहासिक इमारतों में से एक माना जाता है। यह 18 वीं शताब्दी में मेवाड़ के प्रधान मंत्री, अमरचंद बैडवा द्वारा बनाया गया था।
संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित
मेवरी वास्तुकला की एक झलक स्पष्ट रूप से हवेली की संरचना में दिखाई देती है, जिसमें नक्काशीदार खिड़कियां, सुंदर खिड़कियां, रंगीन कांच और भव्य आंगन शामिल हैं। बैगोर की हवेली को बाद में मेवाड़ शाही परिवार ने ले लिया था और इसका उपयोग शाही परिवार के उपयोग में भी किया गया था। वर्तमान में इस हवेली को एक संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है, जहां पर्यटक मेवरी संस्कृति की एक झलक देख सकते हैं।
मेवरी त्योहारों और परंपराओं का जीवंत चित्रण
पारंपरिक राजस्थानी वस्त्र, आभूषण, बर्तन, चित्र और लोक जीवन से संबंधित कई वस्तुओं को हवेली में संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है। यहां मुख्य आकर्षण ‘ढोली गावरी’ और ‘गंगौर’ से संबंधित एक प्रदर्शनी है, जो मेवाड़ी त्योहारों और परंपराओं का जीवंत चित्रण देता है। हर शाम यहां आयोजित होने वाला ‘हेरिटेज डांस प्रोग्राम’ पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय होता है, जिसमें गूमर, भवई और कलबेलिया जैसे पारंपरिक राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं। यह नृत्य कार्यक्रम बैगोर की हवेली के खुले आंगन में झील के कारण और भी अधिक रमणीय अनुभव प्रदान करता है।
मेवाड़ की कला, संस्कृति और शानदार परंपराओं का लाइव उदाहरण
बागोर की हवेली केवल एक ऐतिहासिक इमारत नहीं है, बल्कि यह मेवाड़ की कला, संस्कृति और शानदार परंपराओं का एक जीवित उदाहरण है। यदि आप उदयपुर आते हैं, तो इस हवेली की भव्यता को नहीं देखकर आपकी यात्रा को अधूरा बना देगा।