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राजस्थान की राजनीति: भले ही राजस्थान में कोई चुनावी हवा बह रही हो, फिर भी राजनीतिक अहंकार है। राज्य में, अब पूर्व सीएम अशोक गेहलोट और भाजपा के राज्य अध्यक्ष मदन राठौर के बीच जयपुर के यातायात के बारे में …और पढ़ें

अशोक गेहलोट और मदन राठौर के हमले के कारण राज्य की राजनीति गर्म हो गई है।
हाइलाइट
- जयपुर ट्रैफिक पर जुबानी युद्ध गेहलोट और रथोर में।
- राथोर ने गेहलोट के ट्रैफिक स्टेटमेंट में जवाबी कार्रवाई की।
- राठौर ने कांग्रेस की ‘जय हिंद रैली’ को भी निशाना बनाया।
जयपुर। राजस्थान की राजनीति में, एक बार फिर शब्दों का युद्ध तेज हो गया है। इस बार यह मामला राजधानी जयपुर की यातायात प्रणाली पर गर्म है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोट ने हाल ही में जयपुर की यातायात प्रणाली पर सवाल उठाया, भाजपा के राज्य अध्यक्ष मदन राठौर ने इसका जवाब दिया। मदन राथोर ने सोमवार को अपने यातायात बयान पर जवाबी कार्रवाई की और कहा कि गेहलोट जी खुद तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने 15 साल तक सरकार में 15 साल तक इन ट्रैफ़िक समस्याओं को क्यों नहीं देखा?
राठौर ने कहा कि अब जब वह कार्यालय में नहीं है, तो उसने सड़कों को जाम देखना शुरू कर दिया। यह एक ही बात बन गई है कि उसने खुद कुछ नहीं किया और अब वह दूसरों पर अपनी उंगली उठा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार यातायात सुधारों के बारे में पूरी तरह से गंभीर है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने खुद इस मुद्दे पर कई बार बात की है। योजना चल रही है और जल्द ही लोगों को सुधार दिखाई देगा। हम जानते हैं कि ट्रैफ़िक की समस्या आम लोगों को बहुत परेशान करती है। इसलिए, जल्द ही एक समाधान खोजने के लिए हर प्रयास किया जा रहा है।
राथोर ने कांग्रेस की ‘जय हिंद रैली’ पर भी कस दिया
राठौर ने न केवल यातायात को लक्षित किया, बल्कि आज कांग्रेस के बर्मर में आयोजित ‘जय हिंद रैली’ भी। उन्होंने कहा कि जब हमने तिरंगा यात्रा की, तो यह राजनीतिक नहीं बल्कि देशभक्ति थी। कांग्रेस के लोगों को भी इसमें बुलाया गया था। लेकिन तब वह नहीं आया। अब, यदि आप एक अलग रैली निकाल रहे हैं, तो मैं कहूंगा कि ‘हुजुर आने से थोड़ी देर हो चुकी है’।
राठौर ने कहा कि क्या राष्ट्रवाद में भी राजनीति करने की आवश्यकता है?
राठौर ने कहा कि भाजपा की तिरछी यात्रा सभी समाज और सभी दलों के लिए खुली थी ताकि एकजुटता का संदेश देश को दिया जा सके। उन्होंने कहा कि देशभक्ति में भी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है? राजस्थान के पास अभी चुनावी का मौसम नहीं हो सकता है, लेकिन नेताओं की बयानबाजी के कारण माहौल लगातार गर्म है। ट्रैफिक जैसे रैलियों जैसे सामान्य मुद्दों से लेकर राजनीति सब कुछ चमक रही है।
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमुह के साथ पत्रकारिता शुरू की। वह कोटा और भिल्वारा में राजस्थान पैट्रिका के निवासी संपादक भी रहे हैं। 2017 से News18 के साथ जुड़ा हुआ है।
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमुह के साथ पत्रकारिता शुरू की। वह कोटा और भिल्वारा में राजस्थान पैट्रिका के निवासी संपादक भी रहे हैं। 2017 से News18 के साथ जुड़ा हुआ है।