जबकि “पुचका“”पनी पुरी,“” “पैनी के बटाशे,” और “गोल गप्पे“सभी अनिवार्य रूप से एक ही स्वादिष्ट स्नैक का उल्लेख करते हैं – एक खोखला, कुरकुरा तली हुई पुरी एक दिलकश मिश्रण और स्वाद वाले पानी से भरा हुआ है – अंतर मुख्य रूप से उनके क्षेत्रीय नामों, भरावों और मसालेदार पानी के स्वाद प्रोफ़ाइल में निहित है।
1। क्षेत्रीय नाम: यह सबसे महत्वपूर्ण अंतर है।
पनी पुरी: यह सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त नाम है, विशेष रूप से महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में, साथ ही गुजरात के कुछ हिस्सों में भी।
गोल गप्पे/गोलगप्पा: मुख्य रूप से उत्तर भारत (दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश) में उपयोग किया जाता है।
पुचका/फुचका: पूर्वी भारत में लोकप्रिय, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड।
पानी के बटाशे/पाटाशी: उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में आम।
गुपचप: ओडिशा में सुना, झारखंड के कुछ हिस्से, और छत्तीसगढ़।
फुलकी: मध्य प्रदेश में इस्तेमाल किया।
पाकोडी: गुजरात के कुछ आंतरिक भागों में।
2। भरना विविधताएं:
पानी पुरी (महाराष्ट्र/दक्षिण भारत): अक्सर रग्डा (एक मसालेदार सफेद मटर करी) या छोले और कभी -कभी बूंडी (छोटे तले हुए ग्राम आटा गेंदों) के साथ मैश किए हुए आलू को भरने की सुविधा होती है। पानी आमतौर पर मीठे इमली चटनी और मसालेदार हरी चटनी का मिश्रण होता है।
गोल गप्पे (उत्तर भारत): भरने में आमतौर पर उबले हुए छोले और मैश किए हुए आलू शामिल होते हैं, अक्सर एक मीठी इमली सॉस (सौंट चटनी) के साथ। पानी स्पाइसियर और टैंगियर होता है, जो अक्सर एक प्रमुख टकसाल स्वाद के साथ होता है।
पुचका (पूर्वी भारत): भरने में अक्सर उबले हुए ग्राम और मैश किए हुए आलू का मिश्रण होता है, जिसमें एक टैंगियर चटनी और स्पाइसीर पानी होता है। पुरी अपने आप में थोड़ा बड़ा हो सकता है और कभी -कभी पूरे गेहूं के आटे के साथ बनाया जा सकता है।
पाणी के बटाशे (उत्तर प्रदेश): मीठे और मसालेदार स्वाद वाले पानी के संतुलन के लिए जाना जाता है, और छोले और उबले हुए आलू को भरने के लिए। कुछ स्थानों पर पांच अलग -अलग प्रकार के स्वाद वाले पानी के साथ “पंच स्वद के बटाशे” की पेशकश की जाती है।
3। मसालेदार पानी (PANI) अंतर:
मीठा बनाम मसालेदार बनाम tangy: पानी का स्वाद क्षेत्र से काफी भिन्न होता है। उत्तरी भारतीय संस्करण (गोल गप्पे) में अक्सर स्पाइसीर और टैंगियर पानी होता है, कभी -कभी ठंडा परोसा जाता है। पूर्वी भारतीय संस्करण (पुचका) एक मजबूत इमली प्रभाव के साथ अधिक स्पर्श और मसालेदार होते हैं। पश्चिमी और दक्षिणी भारतीय संस्करण (पनी पुरी) अक्सर मसालेदार हरी चटनी के साथ मीठे इमली चटनी को संतुलित करते हैं।
सामग्री: पानी के लिए सामान्य सामग्री में इमली, पुदीना, धनिया, हरी मिर्च, काले नमक, जीरा पाउडर और अन्य मसाले शामिल हैं। विशिष्ट अनुपात और अन्य अवयवों जैसे कि सूखा आम (अमचुर) या यहां तक कि फलों के रस क्षेत्रीय विविधताओं में योगदान करते हैं।
(यह लेख केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए अभिप्रेत है। ज़ी न्यूज अपनी सटीकता या विश्वसनीयता के लिए प्रतिज्ञा नहीं करता है।)