सरकारों की अनदेखी का शिकार सीमावर्ती गांवों के लोग टूटी सड़कों पर गुजरने को मजबूर
उनके वाहनों को हो रहा भारी नुकसान, हो रहे कई हादसे
फाजिल्का, पंजाब
फाजिल्का के सीमावर्ती गांवों के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन सीमावर्ती इलाकों के लोग मुसीबतों में घिरे रहते हैं। यहां पर रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना अक्सर हर साल आने वाली बाढ़ की वजह से करना पड़ता है।
सरकारों की अनदेखी का हो रहे शिकार
इसके अलावा इन्हें समय समय की सरकारों की अनदेखी का शिकार भी होना पड़ता है। इसी तरह इन दिनों भी सीमावर्ती गांवों के लोग मौजूदा सरकार की अनदेखी के शिकार हो रहे हैं। यहां पर पिछले साल आई बाढ़ की वजह से टूटी सड़कों की मुरम्मत का काम ही अभी तक शुरू नहीं हुआ तो नए विकास का तो कुछ पता ही नहीं है। जिस वजह से अक्सर मुसीबतों में घिरे रहने वाले यहां के लोग इन टूटी हुई सड़कों पर गुजरने से नर्क भरी जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे हैं।
फाजिल्का के सीमावर्ती गांवों में बहती सतलुज नदी पर बने कावां वाली पत्तन के नाम से मशहूर पुल से लेकर आगे जाने वाली सभी सड़कों की हालत बहुत ही खराब बनी हुई है।
पिछले साल आई बाढ़ से पहुंचा था भारी नुकसान
पिछले साल आई बाढ़ यहां पर बसे लोगों का अन्य भारी नुकसान पहुंचाने के अलावा यहां की सभी सड़कों को बहाकर ले गई थी। इसके बाद यहां लगभग सभी सड़कों में बहुत बड़े बड़े गहरे गड्ढे बन गए थे। इसके बाद से ही यहां पर दर्जन भर गांवों के लोग इन गहरे गड्ढों में गुजरने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से यहां पर बाढ़ की वजह से टूटी सड़कों की मुरम्मत का काम जल्द से जल्द करवाने की मांग की है।
बारे जगरूप सिंह, सुखविंदर सिंह, सुरजीत सिंह व अन्य लोगों ने बताया कि यहां पर करीब 10-12 गांव हैं। पिछले साल इन गांवों में आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। इस दौरान बाकी नुकसान के अलावा यहां की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचा था। जिसके बाद सभी सड़कों किनारों से टूट गई थी और जगह जगह गहरे गड्ढे बन गए थे।इसके बाद से ही यहां पर रहने वाले लोग इन सड़कों में बने गहरे गड्ढों में से गुजरने को मजबूर हो रहे हैं।
वाहनों को पहुंच रहा भारी नुकसान
उनका कहना है कि इससे उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि इन गहरे गड्ढों में से अपने वाहन लेजाने के चलते उनके वाहनों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा यहां पर इन गड्ढों को पार करते समय किसी हादसे के होने का भय भी बना रहता है।
उन्होंने बताया कि इन गहरे गड्ढों की वजह से अब तक बहुत से हादसे भी हो चुके हैं। इसके अलावा आए दिन उनके बाईक और अन्य वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। जिस कारण उन्हें बहुत परेशानी उठानी पड़ती है।
टूटी सड़कों की मुरम्मत करवाने की मांग
उन्होंने सरकार से यहां पर बाढ़ की वजह से टूटी सड़कों की मुरम्मत का काम जल्द से जल्द करवाने की मांग की है।
वहीं जब इस बारे सबंधित अधिकारी नरपरिंदर सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनकी ओर से इन सड़कों की मुरम्मत को लेकर प्रोजेक्ट बनाकर सरकार को भेज दिया गया है। इसके बाद सरकार से अप्रूवल मिलने पर इन सड़कों की मुरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।