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ऑपरेशन शील्ड: राजस्थान के डूंगरपुर में ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत मॉक ड्रिल आयोजित किए गए थे, जिसमें मिसाइल हमलों, हवाई हमलों और ब्लैकआउट के लिए आपातकालीन तैयारी का परीक्षण किया गया था। कलेक्टर अंकित कुमार ने स्टॉक लिया। संचालन …और पढ़ें

संचालन ढाल
हाइलाइट
- डूंगरपुर में ‘ऑपरेशन शील्ड’ मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था।
- ड्रिल में हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और ब्लैकआउट की तैयारी का परीक्षण किया गया।
- कलेक्टर अंकित कुमार ने मॉक ड्रिल का जायजा लिया।
डूंगरपुर:- पाकिस्तान से सटे कुछ राज्यों में, 31 मई, 2025 को, नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत आयोजित किए गए थे, जिसमें राजस्थान के कुछ जिले शामिल हैं। इसने हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और ब्लैकआउट के लिए आपातकालीन तैयारी का परीक्षण किया और लोगों को बताया गया कि इससे कैसे बचा जाए। आइए जानते हैं कि राजस्थान के कौन से जिलों ने ‘ऑपरेशन शील्ड’ की झलक दिखाई।
ऑपरेशन शील्ड के तहत, डूंगरपुर शहर में गेपसैगर की पाल पर एक मिसाइल हमला हुआ। इस दौरान, मिसाइल हमले की जानकारी बढ़ गई। रिहर्सल में लगभग 20 लोगों को घायल दिखाया गया, जिसे माई भारत स्वयंसेवकों ने सड़क पर एक अभ्यास के रूप में दिखाया। इस प्रथा का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी का परीक्षण करना था।
कलेक्टर ने स्टॉक लिया
कलेक्टर अंकित कुमार और अतिरिक्त एसपी अशोक मीना मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। विभिन्न विभागों की प्रतिक्रिया समय को मॉक ड्रिल में नोट किया गया था, ताकि आपातकाल में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। ड्रिल ने हवा के हमलों, ड्रोन हमलों और ब्लैकआउट जैसी स्थितियों का निरीक्षण किया। मेरे भारत के स्वयंसेवकों ने घायलों को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाने और चिकित्सा सहायता प्रदान करने का अभ्यास किया। इस ड्रिल ने स्थानीय प्रशासन और नागरिकों की तत्परता दिखाने में मदद की।
‘ऑपरेशन शील्ड’ भी बर्मर में अभ्यास किया जाएगा
आइए हम आपको बताते हैं कि ऑपरेशन शील्ड के तहत, प्रशासन ने बर्मर में मॉक ड्रिल के लिए पूरी तैयारी की है। जिला मजिस्ट्रेट टीना डबी ने एक सलाह जारी की और ब्लैकआउट के दौरान सतर्क रहने और प्रकाश को बंद रखने की सलाह दी। मॉक ड्रिल हवाई हमलों और ड्रोन हमलों जैसी स्थितियों का अभ्यास करेगी। चयनित क्षेत्रों को छोड़कर बाकी क्षेत्र सामान्य होंगे। यह ड्रिल आपातकाल में प्रशासन की तैयारियों का परीक्षण करना है। नागरिकों से सावधानी बरतने के लिए अपील की गई है।
स्थान अचानक दौसा में बताया जाएगा
उसी समय, ऑपरेशन शील्ड के तहत दौसा में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस समय समय और स्थान को अंतिम क्षण में बताया जाएगा। सभी विभागों को अलर्ट मोड में रखा गया है। जैसे ही किसी घटना का संदेश प्राप्त होता है, सरकारी वाहन तुरंत स्थान की ओर चलेंगे। मॉक ड्रिल का उद्देश्य हवाई हमले या ड्रोन हमले जैसे आपातकालीन स्थिति में विभागों की प्रतिक्रिया समय का परीक्षण करना है। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और सहयोग करने की अपील की है।