स्ट्रैप: नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के कार्यभार संभालने के साथ ही मान सरकार को उम्मीद है कि कुलपतियों की नियुक्ति पर गतिरोध खत्म हो जाएगा
चंडीगढ़
पंजाब में उच्च शिक्षण संस्थानों पर तदर्थवाद का बुरा असर पड़ा है, जहां कुल 14 राज्य विश्वविद्यालयों में से 10 नियमित कुलपति (वीसी) के बिना चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और पूर्व राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर रस्साकशी के कारण राज्य संचालित विश्वविद्यालयों में यह स्थिति बनी हुई है। नियमों के अनुसार, राज्यपाल पंजाब में विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति होते हैं और किसी विशेष विश्वविद्यालय के कुलपति के चयन के लिए राज्य सरकार द्वारा भेजे गए तीन नामांकित व्यक्तियों के पैनल में से किसी एक का चयन कर सकते हैं। हालांकि, मान सरकार ने पंजाब विश्वविद्यालय कानून (संशोधन) विधेयक, 2023 को विधानसभा से पारित करवा लिया, जिसमें राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री को राज्य संचालित विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति बनाने की मांग की गई थी। लेकिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस विधेयक को मंजूरी देने से इनकार कर दिया और इस साल जुलाई में बिना मंजूरी के इसे वापस कर दिया।
तकनीकी विश्वविद्यालयों के लिए, आईके गुजराल पीटीयू के कुलपति सुशील मित्तल गुरदासपुर में सरदार बेअंत सिंह राज्य विश्वविद्यालय और फिरोजपुर में शहीद भगत सिंह राज्य विश्वविद्यालय के कामकाज की भी देखरेख करते हैं। पीटीयू-बठिंडा में विज्ञान संकाय के डीन संदीप कंसल वीसी की नियुक्ति के संबंध में अदालत के हस्तक्षेप के बाद संस्थान में अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और जगत गुरु नानक देव स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी पटियाला में भी यही स्थिति है, जहां नए कुलपतियों के चयन की प्रक्रिया शुरू तो हुई, लेकिन पूरी नहीं हो सकी। जीएनडीयू और ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपतियों को नए कुलपतियों के चयन तक सेवा विस्तार मिला है, वहीं पंजाबी यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक प्रभारी सचिव उच्च शिक्षा हैं।
अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के पद भी रिक्त हैं।
पुरोहित ने राज्य संचालित विश्वविद्यालयों में तदर्थवाद पर चिंता जताई थी और यहां तक कि अपने कार्यकाल के दौरान कुछ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के चयन को लेकर भी सरकार पर आपत्ति जताई थी।
नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के कार्यभार संभालने के बाद सरकार को गतिरोध टूटने की उम्मीद है। मामले से वाकिफ एक अधिकारी ने बताया, “वीसी के चयन के लिए नामों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन फाइल राज्यपाल को नहीं भेजी गई है।”
पंजाब के उच्च शिक्षा सचिव केके यादव ने कहा कि कुलपतियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है और पैनल में शामिल किए जाने वाले नामों पर अगले कुछ दिनों में फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम कुलपतियों का जल्द चयन चाहते हैं, लेकिन उचित प्रक्रिया अपनानी होगी। चयन अगले कुछ दिनों में किया जाएगा।”
घटनाक्रम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि जहां तक तकनीकी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के चयन का सवाल है तो फाइल मुख्यमंत्री के पास लंबित है।