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NEET UG 2024 पेपर लीक विवाद के बाद, NTA ने NEET UG 2025 को सुरक्षित बनाने के लिए कठिन कदम उठाए हैं। जीपीएस ट्रैकिंग और सीसीटीवी को अनिवार्य बनाया गया है।

NEET UG 2025, NEET UG 2025, NEET परीक्षा सुरक्षा: NEET UG परीक्षा के लिए तैयारी।
हाइलाइट
- NEET UG 2025 के लिए GPS ट्रैकिंग और CCTV अनिवार्य।
- डीएम और एसपी बैठकों में कागज सुरक्षा और निगरानी पर चर्चा।
- सशस्त्र पुलिस को यूपी और बिहार में संवेदनशील केंद्रों पर तैनात किया जाएगा।
NEET और 2025: पिछली बार NEET UG 2024 पेपर लीक विवाद ने लाखों छात्रों और माता -पिता के विश्वास को हिला दिया। राजस्थान और अन्य राज्यों में विवाद ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) पर सवाल उठाए। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने भी एनटीए को निर्देश दिया था कि वह आगे से ध्यान रखें, जिसके बाद एनटीए ने एनईईटी यूजी 2025 को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए कठिन कदम उठाए हैं। एनईईटी परीक्षा के लिए देश भर में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) की बैठकें आयोजित की गई हैं। जिसमें कोचिंग संस्थानों की निगरानी के लिए NEET पेपर की सुरक्षा पर चर्चा की जा रही है। उत्तर प्रदेश और बिहार पर एक उचित घड़ी रखने के लिए जोर दिया जा रहा है, जहां एनईईटी की परीक्षा केंद्रों की संख्या सबसे अधिक है।
NEET UG 2025: NEET के साथ DM-SP मीटिंग क्यों?
एनईईटी परीक्षा से पहले डीएम-एसपी बैठकों का उद्देश्य प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय करके परीक्षा केंद्रों को अभेद्य बनाना है। इन बैठकों में कई मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। जिसमें प्रश्न पत्रों की सुरक्षित डिलीवरी और लीक की रोकथाम, पुलिस की तैनाती और परीक्षा केंद्रों पर निगरानी पर चर्चा की जा रही है। यह सोशल मीडिया पर पेपर लीक से संबंधित अफवाहों या गतिविधियों की निगरानी करने के लिए कहा गया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने सभी राज्यों को 2024 के पेपर लीक के बाद ऐसी बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया है। डीएमएस और एसपी ने उत्तर प्रदेश में लखनऊ, कानपुर और बिहार जैसे शहरों में विशेष योजनाएं बनाई हैं। इन राज्यों में एनईईटी उम्मीदवारों की संख्या लाखों में है, जिसके कारण यहां सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
550 शहरों में परीक्षा आयोजित की जाएगी
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय लगातार सभी राज्यों और केंद्र क्षेत्रों के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) के साथ बैठकें कर रहे हैं। इन बैठकों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा के दिन सिस्टम पूरे देश में ठीक है और कोई गड़बड़ी नहीं है। NEET UG 2025 की परीक्षा देश भर के 550 से अधिक शहरों में आयोजित की जाएगी। इसके लिए, 5,000 से अधिक परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस तरह की एक बड़ी परीक्षा का संचालन करने के लिए जिला स्तर पर विशेष समितियों का गठन किया गया है, जिन्हें रसद, सुरक्षा और आपातकाल से निपटने की जिम्मेदारी दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हर जिले में समन्वय समितियां पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं। उनका काम यह होगा कि परीक्षा से संबंधित हर छोटी और बड़ी प्रणाली पर नज़र रखें और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान खोजें।
NEET पेपर की निगरानी कैसे की जाएगी?
एनटीए ने एनईईटी यूजी 2025 के लिए सख्त सुरक्षा उपायों को लागू किया है-
सीसीटीवी निगरानी: सभी परीक्षा केंद्रों पर लाइव निगरानी अनिवार्य है।
सिग्नल जैमर: मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दोहराव को रोकने के लिए उपाय किए गए हैं।
जीपीएस ट्रैकिंग: प्रश्न पत्रों की डिलीवरी जीपीएस-ट्रैक वाहनों से होगी।
पुलिस की तैनाती: यूपी और बिहार में संवेदनशील केंद्रों में सशस्त्र पुलिस मौजूद होगी। इसके अलावा, एआई-आधारित निगरानी द्वारा संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी की जाएगी। 2024 में राजस्थान में कागज लीक की घटना ने इन उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। एक अधिकारी के अनुसार, एनटीए इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहता है। NEET 2025 निष्पक्ष और सुरक्षित होगा।