मामले से अवगत एक व्यक्ति ने बताया कि सिधवान बेट क्षेत्र के गोरसियां कादर बख्श गांव के सरपंच और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर चार दलित छात्रों को उनकी कक्षा में बंधक बना लिया और उनकी लाठियों से पिटाई की।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने कम से कम दो घंटे बाद गांव के सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से कक्षा 12 के छात्रों को बचा लिया।
आरोपियों ने कथित तौर पर छात्रों पर डंडे से हमला किया और जातिवादी टिप्पणियां कीं। स्कूल के कर्मचारी उन्हें बचाने आए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर छात्रों को बचाया।
सिधवान बेट पुलिस ने जगदेव सिंह (सरपंच) और उसके सहयोगी सुरजीत सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि कुछ आरोपियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना तब हुई जब कुछ लड़कियों ने छात्रों पर उनका पीछा करने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया था। शनिवार को छात्रों के खिलाफ पीछा करने और परेशान करने का मामला दर्ज किया गया।
सिधवान बेट थाना प्रभारी (एसएचओ) इंस्पेक्टर जसवीर सिंह ने बताया कि एक छात्र की शिकायत के अनुसार, शनिवार को जब क्लास चल रही थी, तब सरपंच और उसके सहयोगी जबरन क्लासरूम में घुस आए। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने शिक्षक और अन्य छात्रों को कमरे से बाहर निकाल दिया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने छात्रों से कहा कि वे उन्हें स्कूल में पढ़ने नहीं देंगे।
उन्होंने बताया कि स्कूल स्टाफ ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने दरवाजा नहीं खोला। बाद में उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया।
इंस्पेक्टर ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 127 (2) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 190 (गैरकानूनी सभा का प्रत्येक सदस्य सामान्य उद्देश्य के उत्पीड़न में किए गए अपराध का दोषी) के तहत मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है।
एसएचओ ने बताया कि इससे पहले शनिवार को पुलिस ने पांच नाबालिगों और उनके अज्ञात साथियों को स्कूली छात्राओं का पीछा करने और उन्हें परेशान करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
यह मामला 11वीं कक्षा की एक लड़की की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था। लड़की ने आरोप लगाया था कि लड़के पिछले तीन महीनों से उसका और उसकी चचेरी बहनों का पीछा कर रहे थे और उन्हें परेशान कर रहे थे।
जब उसने अपने माता-पिता और आरोपी सरपंच को पूरी घटना बताई तो सरपंच स्कूल गया और कथित तौर पर छात्रों को बंधक बना लिया।
इससे पहले, 11 जुलाई को समराला बाईपास पर एक बंदूकधारी महिला ने कम से कम 25 छात्रों को ले जा रही एक स्कूल वैन को रोका था। महिला ने बंदूक की नोक पर छात्रों को उनके मोबाइल फोन से एक कथित वीडियो डिलीट करने की धमकी दी थी, जिसके बारे में उसे संदेह था कि छात्रों ने इसे खिड़की से रिकॉर्ड किया था।
समराला पुलिस ने महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।