20 अगस्त, 2024 07:12 पूर्वाह्न IST
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने कोलकाता में बलात्कार और हत्या की शिकार प्रशिक्षु डॉक्टर के माता-पिता के लिए 10 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की मांग की, शीघ्र न्याय और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की।
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने शनिवार को मांग की कि ₹कोलकाता में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई प्रशिक्षु डॉक्टर के माता-पिता के लिए केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार से 10 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की मांग की, साथ ही पीड़िता के लिए शीघ्र न्याय और दोषियों को कड़ी सजा की मांग की। न्याय के लिए डॉक्टर बिरादरी के विरोध को समर्थन देते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से देश भर में चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हमले को रोकने के लिए एक सख्त केंद्रीय कानून लाने का आग्रह किया।
मंत्री ने सोमवार शाम को पंजाब भवन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएसए), रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन और मेडिकल एवं डेंटल टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
उन्होंने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि वे चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हमले की रोकथाम के लिए केंद्रीय कानून लाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखेंगे। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को चिकित्सा पेशेवरों, खासकर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्य स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा ऑडिट करने के लिए जिला स्वास्थ्य बोर्ड गठित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रमुखों से कहा कि वे अपने संस्थानों में सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को 48 घंटे के भीतर लागू करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी डार्क स्पॉट नहीं होना चाहिए और रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिला चिकित्सा पेशेवरों को जब भी दूर के वार्डों में मरीजों को देखने जाना हो, तो उनके साथ दो पुरुष कर्मचारी होने चाहिए।
मंत्री ने डॉक्टरों से अपनी ड्यूटी पर लौटने का आग्रह किया, क्योंकि मरीज, विशेषकर गरीब लोग, परेशान हैं।
पीसीएमएसए ने राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चौबीसों घंटे पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की सिफारिशों वाला ज्ञापन सौंपा है और आह्वान किया है कि अगर 9 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं की गईं तो कैडर अनिश्चितकालीन सेवाएं बंद करने पर मजबूर हो जाएगा। उनकी मांगों में स्वास्थ्य केंद्रों पर सुरक्षा गार्डों की तैनाती भी शामिल है।
मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस माह के अंत तक मांगें पूरी कर दी जाएंगी।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. अवनीश कुमार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक डॉ. हितिंदर कौर, आईएमए के पंजाब अध्यक्ष डॉ. सुनील कत्याल, पीसीएमएसए अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन सहित अन्य उपस्थित थे।