
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी। फाइल | फोटो क्रेडिट: एएनआई
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हाथरस भगदड़ के पीड़ितों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाने का आग्रह किया है और मांग की है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाए।
श्री आदित्यनाथ को लिखे पत्र में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुआवजा यथाशीघ्र दिया जाना चाहिए और घायलों को उचित उपचार दिया जाना चाहिए।
2 जुलाई को हाथरस में स्वयंभू बाबा भोले के सत्संग में मची भगदड़ में कुल 121 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं।
श्री गांधी ने 5 जुलाई की सुबह हाथरस में भगदड़ के पीड़ितों से मुलाकात की थी।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 5 जुलाई को अलीगढ़ के पिलखना में हाथरस भगदड़ के पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। फोटो साभार: विशेष व्यवस्था
श्री आदित्यनाथ ने पहले घोषणा की थी कि मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
6 जुलाई को आदित्यनाथ को लिखे अपने पत्र में श्री गांधी ने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित मुआवजा बहुत अपर्याप्त है। मैं आग्रह करता हूं कि मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए और इसे जल्द से जल्द दिया जाए।” कांग्रेस नेता ने कहा कि साथ ही घायलों को उचित उपचार दिया जाना चाहिए और उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हाथरस में भगदड़ की घटना में 120 से अधिक लोगों की मौत की खबर से मैं स्तब्ध हूं। मैं अपने दिल में दर्द के साथ आपको यह पत्र लिख रहा हूं और मुझे पता है कि आप भी उसी दर्द को महसूस कर रहे होंगे।”
श्री गांधी ने कहा कि उन्होंने अलीगढ़ और हाथरस जिलों के कई पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका दर्द बांटने की कोशिश की।
देखें: हाथरस भगदड़ में परिवार तबाह | वीडियो क्रेडिट: सबिका सैयद
“घटना इतनी दुखद है कि परिवार के सदस्यों से मिलते समय मेरे पास सांत्वना के शब्द कम पड़ गए [of victims]श्री गांधी ने हिंदी में लिखे अपने पत्र में कहा, “इस घटना में कई परिवारों ने जो खोया है उसकी भरपाई तो किसी भी तरह से संभव नहीं है, लेकिन हम प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद करके उनकी पीड़ा को कम करने का प्रयास अवश्य कर सकते हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “पीड़ित परिवारों ने मुझसे यह भी कहा कि इस पूरी घटना के लिए स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और असंवेदनशीलता जिम्मेदार है। इस मामले में उचित और पारदर्शी जांच न केवल भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में एक कदम होगी, बल्कि इससे न्याय प्रणाली में इन पीड़ित परिवारों का विश्वास भी बहाल होगा।”
श्री गांधी ने कहा कि न्याय की दृष्टि से यह भी आवश्यक है कि दोषी व्यक्तियों को ‘‘कड़ी सजा’’ दी जाए।
श्री गांधी ने कहा, “दुख की इस घड़ी में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम पीड़ित परिवारों की सहायता करें। कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता और मैं स्वयं इस मामले में आपकी हरसंभव सहायता के लिए उपलब्ध हैं। आशा है कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए आप सहायता के संबंध में किए जाने वाले कार्यों को विशेष प्राथमिकता देंगे।”
उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 जुलाई को हाथरस त्रासदी की जांच करने और इस बात की संभावना पर गौर करने के लिए एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया कि क्या भगदड़ के पीछे कोई “साजिश” थी।
इसके साथ ही, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा जोन) अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी इस प्रकरण पर एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल कर रहा है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जाएगा।
इस मामले में अब तक दो महिलाओं और तीन वरिष्ठ नागरिकों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें “कई अज्ञात सेवादार” शामिल हैं [volunteers]सत्संग के ‘धर्मगुरु’ को आरोपी बताया गया है। इस मामले में ‘धर्मगुरु’ आरोपी नहीं है।