ईडी ने चीनी ऑनलाइन गेमिंग ऐप FIEWIN के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए चीनी ऑनलाइन गेमिंग एप्लीकेशन FIEWIN से जुड़े क्रिप्टोकरेंसी खातों को फ्रीज कर दिया है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि ईडी भारत में ऑनलाइन गेमिंग संचालन में लगे विदेशी नागरिकों से जुड़े खातों को लक्षित कर रहा है। फ्रीज किए गए खातों की राशि लगभग ₹25 करोड़ है, जो जांच के पैमाने को रेखांकित करता है।

जांच से बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी का पता चला

ईडी की जांच में पता चला है कि इस गेमिंग ऐप के ज़रिए भारत से चीन में करीब 400 करोड़ रुपये भेजे गए। अधिकारियों का मानना ​​है कि FIEWIN चलाने वाले चीनी नागरिकों ने भारतीय बाज़ार का फ़ायदा उठाकर काफ़ी मुनाफ़ा कमाया, जिसे बाद में चीन में ट्रांसफर कर दिया गया, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था पर इस ऐप के असर को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा हो गई हैं।

कोलकाता में गिरफ्तारियां हुईं

इस मामले के सिलसिले में ईडी की कोलकाता शाखा ने चार भारतीय नागरिकों को गिरफ़्तार किया है। 16 मई, 2023 को कोसियापुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420, 406 और 120बी के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई। ये गिरफ़्तारियाँ FIEWIN ऐप से जुड़ी वित्तीय गतिविधियों के जटिल जाल की जाँच करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा हैं।

भारतीय सहयोगियों को शामिल करने वाली योजना

जांच से पता चला कि चीनी नागरिक भारतीय सहयोगियों की सहायता से FIEWIN ऐप का संचालन कर रहे थे। ऑनलाइन गेमर्स से एकत्र किए गए फंड को “रिचार्ज पर्सन” कहे जाने वाले व्यक्तियों द्वारा प्रबंधित विभिन्न बैंक खातों में भेजा जाता था, जिन्हें उनकी भूमिकाओं के बदले में कमीशन मिलता था। उल्लेखनीय रूप से, ओडिशा के राउरकेला के अरुण साहू और आलोक साहू ने पैसे को क्रिप्टोकरेंसी में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

चीनी नागरिकों से संबंध

ईडी ने पटना के एक इंजीनियर चेतन प्रकाश सहित अन्य प्रमुख खिलाड़ियों की पहचान की है, जिन्होंने फंड को क्रिप्टोकरेंसी (यूएसडीटी) में बदलने में सहायता की। एक अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति, चेन्नई के जोसेफ स्टालिन ने गांसु प्रांत के पाई पेंग्युन नामक एक चीनी नागरिक को अपनी कंपनी स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड का सह-निदेशक बनने में मदद की। इस ऑपरेशन से जुड़े आठ बिनेंस वॉलेट का पता चीन से लगाया गया है।

चीनी ऑपरेटरों के साथ निरंतर संचार

आईपी ​​लॉग तक पहुंच से पता चला है कि चीनी नागरिकों ने टेलीग्राम के माध्यम से भारतीय सहयोगियों के साथ संचार बनाए रखा, जो इस व्यापक धोखाधड़ी योजना में समन्वित प्रयास का संकेत देता है। ईडी इस जांच में गहराई से उतरने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका लक्ष्य इस बड़े पैमाने पर वित्तीय संचालन के पीछे के नेटवर्क को खत्म करना है।

विदेशी शोषण के प्रति कड़ी प्रतिक्रिया

ईडी की कार्रवाई अवैध वित्तीय प्रवाह को रोकने और विदेशी शोषण से भारत के आर्थिक हितों की रक्षा करने के लिए एक दृढ़ प्रयास को दर्शाती है। यह मामला ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म द्वारा उत्पन्न चुनौतियों और भारतीय अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए कड़े नियामक उपायों की आवश्यकता को उजागर करता है।

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