राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 3 जुलाई को हंगामे के साथ शुरू हुआ। विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण की अनुपस्थिति पर आपत्ति जताई। कांग्रेस विधायकों ने भाजपा सरकार पर संवैधानिक मानदंडों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की।
विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के बिना सत्र शुरू करना संविधान के अनुच्छेद 176 के प्रावधानों का उल्लंघन है। उन्होंने स्पीकर वासुदेव देवनानी पर यह भी आरोप लगाया कि जब वे यह मामला उठा रहे थे तो उन्होंने अपना माइक्रोफोन बंद कर दिया था।
श्री जूली ने कहा, “कोई भी कानून से ऊपर नहीं है… अध्यक्ष और कानून मंत्री सहित किसी को भी संविधान को चुनौती देने का अधिकार नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि अनुच्छेद 176 के अनुसार, राज्यपाल चुनाव के बाद पहले सत्र की शुरुआत में और प्रत्येक वर्ष के पहले सत्र के पहले दिन विधानसभा को संबोधित करते हैं।
अनिवार्य नहीं
विपक्ष ने हंगामा किया और सदन के वेल में आकर इस “असंवैधानिक कृत्य” के खिलाफ नारे लगाए। हालांकि, स्पीकर ने फैसला सुनाया कि चूंकि यह साल का दूसरा सत्र था, इसलिए राज्यपाल के अभिभाषण की जरूरत नहीं है।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने श्री जूली पर संवैधानिक प्रावधानों की गलत व्याख्या करने का आरोप लगाया और कहा कि विधानसभा का बजट सत्र वर्ष का दूसरा सत्र है, जिसका मतलब है कि राज्यपाल के लिए सदन को संबोधित करना अनिवार्य नहीं है।
कांग्रेस विधायक दल ने बाद में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने का समय मांगा ताकि उन्हें विधानसभा की कार्यवाही से अवगत कराया जा सके। श्री जूली ने कहा कि राज्यपाल के साथ बैठक में एक प्रतिनिधिमंडल सत्तारूढ़ पार्टी की “संविधान को कुचलने की साजिश” का मुद्दा उठाएगा।
10 जुलाई को राज्य का बजट पेश किया जाएगा और सत्र के दौरान विधानसभा में करीब एक दर्जन विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है। सत्र के दौरान पानी और बिजली संकट, बेरोजगारी, किसानों की सम्मान निधि, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की आदिवासियों के बारे में विवादित टिप्पणी जैसे मुद्दे छाए रहेंगे।
विधायकों ने शपथ ली
बांसवाड़ा की बागीदौरा सीट से उपचुनाव जीतने वाले भारत आदिवासी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में शपथ ली। यह सीट पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जो इस साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। लोकसभा चुनाव से पहले इस सीट पर दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को मतदान हुआ था।
सदन ने राजस्थान के कोटा-बूंदी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद ओम बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी। श्री देवनानी ने अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस पर विधायकों को प्लास्टिक की थैलियों के स्थान पर जूट या कपड़े के थैलों का उपयोग करने की शपथ भी दिलाई।
हाल ही में दिवंगत हुए 12 राजनीतिक नेताओं को श्रद्धांजलि देने और मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बाद सदन की कार्यवाही 4 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई।