रिंग में छाया उदयपुर की लाल … किक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता, अब नेशनल पर नजर

आखरी अपडेट:

उदयपुर समाचार: उदयपुर के रेयानश उपाध्याय ने जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण जीता और शहर के नाम को रोशन किया। उन्होंने 32-37 किग्रा श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया,और पढ़ें

रिंग में छाया उदयपुर की लाल ... किक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता, अब नेशनल पर नजर

कचरा चैंपियन

हाइलाइट

  • रेयानश उपाध्याय ने राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता।
  • रेयानश अब राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग लेंगे।
  • रेयानह की कहानी युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई।

उदयपुर। न्यू महालक्ष्मी नगर, उदयपुर के निवासी रेयानश उपाध्याय ने हाल ही में जयपुर में आयोजित 6 वें राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपने शहर में लॉरेल्स को लाया है। खेल की यह यात्रा, जो एक मात्र शौक के रूप में शुरू हुई थी, अब रेयानह के लिए एक जुनून बन गई है। प्रतियोगिता 32 से 37 किलोग्राम वजन श्रेणी में, उसने शानदार प्रदर्शन किया और राज्य चैंपियन का खिताब जीता। पूरे राज्य के खिलाड़ियों ने जयपुर के मंसारोवर में आयोजित इस तीन दिन के टूर्नामेंट में भाग लिया, लेकिन रेयानश ने अपनी श्रेणी में स्वर्ण पर कब्जा कर लिया।

रेयानश की इस उपलब्धि ने परिवार और रिश्तेदारों के बीच खुशी की एक लहर को बढ़ा दिया। उदयपुर लौटने पर, दिन भर उनके घर पर बधाई की लहर थी। पड़ोस के लोगों ने उरना पहने हुए रेयानश को सम्मानित किया और उन्हें एक उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उनकी कोचिंग अकादमी ने भी उत्सव का माहौल देखा। रेयानश का आत्मविश्वास और लगान ने उन्हें इस बिंदु पर पहुंचाया है और अब उनकी नजर 27 अगस्त से चेन्नई में होने वाली राष्ट्रीय चैम्पियनशिप पर है।

बचपन से अलग होने का जुनून
रेयानश की मां पलदी उपाध्याय का कहना है कि बचपन से, वह कुछ अलग करना चाहती थी। उन्होंने हमेशा खेलों के प्रति अपने आग्रह को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि जब भी रेयनश टूर्नामेंट खेलता है, तो उनका लक्ष्य केवल जीतना नहीं है, बल्कि सर्वश्रेष्ठ बन जाता है। यही कारण है कि उन्होंने अब तक कई बड़े मंचों में पदक जीता है। 2018 के पांचवें जिला इंटर स्कूल कुडो चैंपियनशिप में कांस्य, 2018-19 के राज्य कुडो एमएमए चैम्पियनशिप में स्वर्ण और 2019 के छठे राज्य चैंपियनशिप में कांस्य पदक।

रेयानह की कहानी प्रेरणा बन गई
रेयानह की यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जिनके पास सीमित संसाधन और छोटे शहर होने के बावजूद बड़े सपने हैं। वह इस तथ्य का एक उदाहरण बन गया है कि यदि कड़ी मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन है, तो कोई भी मंच छोटा नहीं है। रेयानह की यह सुनहरी यात्रा अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक फैलाने के लिए तैयार है।

होमरज्तान

रिंग में छाया उदयपुर की लाल … किक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता, अब नेशनल पर नजर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *