केंद्र ने तमिलनाडु की उपेक्षा के स्टालिन के आरोपों को खारिज किया, कहा कई योजनाओं के लिए धनराशि बढ़ाई गई

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन। फाइल | फोटो साभार: एस. शिवा सरवनन

केंद्र ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के उन आरोपों को खारिज कर दिया है कि वह राज्य में विकास परियोजनाओं के लिए धन रोक रहा है।

केंद्र सरकार के सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले दस वर्षों में तमिलनाडु में रेलवे, राजमार्गों, हवाई अड्डों और सामाजिक एवं ग्रामीण क्षेत्रों की योजनाओं के वित्तपोषण में उल्लेखनीय वृद्धि की है।

सूत्रों ने कहा कि 2009 से 2014 के बीच रेलवे के विकास के लिए तमिलनाडु को आवंटित बजट औसतन लगभग ₹879 करोड़ प्रति वर्ष था, जबकि केंद्र सरकार ने 2024-25 के बजट में राज्य के लिए ₹6,331 करोड़ निर्धारित किए हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस रिकॉर्ड बजट के परिणामस्वरूप तमिलनाडु में नई रेलवे लाइनों का निर्माण, विद्युतीकरण, नई ट्रेनों का संचालन, स्टेशनों का विकास और यात्री सुविधाओं में वृद्धि का काम रिकॉर्ड गति से हो रहा है।

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में राजमार्गों की कुल लंबाई 2014 में 4,985 किमी से बढ़कर 6,806 किमी हो गई है।

सूत्रों ने बताया कि 2014 से तमिलनाडु में 64,704 करोड़ रुपये की लागत से 2,094 किलोमीटर लंबाई की परियोजनाएं प्रदान की गई हैं। उन्होंने बताया कि 48,425 करोड़ रुपये की लागत से 1,329 किलोमीटर लंबाई की परियोजनाएं कार्यान्वयन के अधीन हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र तमिलनाडु में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में कुल ₹2 लाख करोड़ का निवेश कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि तमिलनाडु में केंद्र ने ₹4,000 करोड़ की पांच परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें से दो पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में प्रमुख बंदरगाहों में कुल निवेश ₹10,168 करोड़ है।

सूत्रों ने बताया कि मत्स्य एवं जलीय कृषि अवसंरचना विकास निधि (एफआईडीएफ) के तहत केंद्र द्वारा तमिलनाडु के लिए 1,574 करोड़ रुपये की 64 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 34 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र ने पिछले 10 वर्षों में तमिलनाडु में 15 लाख से अधिक घरों के निर्माण के लिए 20,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत तमिलनाडु में स्ट्रीट वेंडरों को 670 करोड़ रुपये की राशि के पांच लाख से अधिक ऋण वितरित किए गए हैं।

सूत्रों ने कहा कि तमिलनाडु के 46 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 11,000 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि एक करोड़ से अधिक घरों को इस योजना के तहत नल के पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। जल जीवन उन्होंने कहा कि राज्य को केंद्र की पीएम उज्ज्वला और पीएम मातृ वंदना योजना के तहत क्रमशः 700-700 करोड़ रुपये मिले हैं।

सूत्रों ने बताया कि केंद्र ने तमिलनाडु में मनरेगा के तहत 13,392.89 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो 2023-24 में देश भर में कुल खर्च का 12.71% है।

उन्होंने कहा कि केंद्र ने तमिलनाडु में 11 मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी और 2,145 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की तथा सभी 11 मेडिकल कॉलेज अब पूरी तरह कार्यात्मक हैं।

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