27 अगस्त, 2024 07:38 पूर्वाह्न IST
रोहतक पुलिस प्रवक्ता सनी लौरा ने कहा कि यह घटना रविवार रात को हुई जब भाजपा कार्यकर्ता पर्चे बांटने को लेकर हुए विवाद के सिलसिले में एसपी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
पुलिस ने बताया कि रविवार रात को पुलिस अधीक्षक के आवास के बाहर प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पांच कार्यकर्ताओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने पुलिसकर्मी को गलती से कांग्रेस कार्यकर्ता समझ लिया था।
आरोपी सुरेश किराड, दिनेश कांगडा, रोनित, अशोक सहगल और राहुल तथा उनके अज्ञात सहयोगियों पर आर्य नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 121(2) (लोक सेवक को उसके कर्तव्य से विरत करने के लिए स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से विरत करने के लिए हमला करना), 190 (अवैध रूप से एकत्र होना), 191(2) (दंगा करना), 221 (किसी लोक सेवक को उसके सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालना), 304 (छीनना) और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रोहतक पुलिस प्रवक्ता सन्नी लौरा ने बताया कि घटना रविवार रात को उस समय हुई जब भाजपा कार्यकर्ता पर्चे बांटने को लेकर हुए विवाद के संबंध में एसपी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
प्रवक्ता ने बताया, “भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए दबाव बना रहे थे। उनका आरोप था कि कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा के खिलाफ पर्चे बांटते समय उन्होंने दुर्व्यवहार किया और जातिवादी टिप्पणियां कीं। जब एसपी की सुरक्षा में तैनात परमिंदर सिंह नामक पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में प्रदर्शनकारियों का वीडियो बना रहा था, तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मी को तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया।”
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में सिपाही परमिंदर ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए वीडियो बना रहा था कि कोई भी उपद्रवी भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित धरने में शामिल न हो सके। सिपाही ने कहा, “मैंने उनसे कहा कि मैं एक पुलिसकर्मी हूं, लेकिन उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने मेरा मोबाइल फोन भी छीन लिया।” हालांकि, भाजपा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने रोहतक एसपी पर एक महिला भाजपा कार्यकर्ता के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया। मीडिया से बात करते हुए ग्रोवर ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू है और एसपी राज्य सरकार के अधीन नहीं बल्कि भारत के चुनाव आयोग के अधीन काम कर रहे हैं, उन्होंने कहा, “हम चुनाव के बाद उनसे (एसपी से) मिलेंगे।”
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर स्थानीय विधायक भारत भूषण बत्रा के खिलाफ पर्चे बांटने का आरोप लगाया है, जिसमें प्रिंटिंग प्रेस का नाम और पता नहीं लिखा है। इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। हालांकि, भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।