पंजाब में प्रधानमंत्री आवास योजना की ग्रांट हड़पने के आरोप मृत सरपंच सहित पंचायत सचिव और एक अन्य पर मामला दर्ज
फाजिल्का, पंजाब
पंजाब(Punjab) के फाजिल्का में विजिलेंस ब्यूरो ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र से प्राप्त 1,20,000 रुपये की ग्रांट को हड़पने के आरोप में फाजिल्का के ब्लॉक विकास और पंचायत कार्यालय में तैनात पंचायत सचिव संतोख सिंह, गांव सैदे के हिठाड़ के स्वर्गवासी सरपंच माहला सिंह और इसी गांव के एक अन्य व्यक्ति मुख्तियार सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना की ग्रांट हड़पने के आरोप
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि प्राप्त शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि उक्त आरोपी मुख्तियार सिंह को राज्य सरकार द्वारा अपना घर बनाने के लिए पांच मरले पंचायत की जमीन आवंटित की गई थी, जिसमें उसने पहले ही अपना मकान बना लिया था, लेकिन इसके बावजूद भी उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अवैध रूप से 1,20,000 रुपये की राशि प्राप्त की थी।
उन्होंने बताया आरोपी सरपंच माहला सिंह और पंचायत सचिव संतोख सिंह ने यह जानने के बावजूद कि गांव में मुख्तियार सिंह का अपना पक्का घर है, आपसी मिलीभगत से उक्त अवैध लाभार्थी मुख्तियार सिंह के स्व-घोषणा पत्र की पुष्टि कर उसे उक्त योजना के तहत योग्य करार दिया।
विजिलेंस ब्यूरो ने किया मामला दर्ज
अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया कि इस जांच के आधार पर उपरोक्त सभी आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के थाना फिरोजपुर रेंज में भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13(1)ए और 13(2) तथा आईपीसी की धारा 409, 467, 468, 471, 120-बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और इस संबंध में आगे की जांच जारी है।

कुछ समय पहले सरपंच की हो चुकी है मौत
बता दें कि गांव सैदे के हिठाड़ के सरपंच माहला सिंह की करीब 6 महीने पहले मौत हो चुकी है। इसके बाद अब उनकी मौत के बाद विजिलेंस की कार्रवाई कई सवाल खड़े कर रही है। आम तौर पर भ्रष्टाचार पर बिना कोई समय गंवाए कार्रवाई करने के दावे करने वाला विजिलेंस विभाग भी इस कार्रवाई के बाद सवालों के कटघरे में आ गया है। इस कार्रवाई से ऐसा लगता है कि यह मामला काफी समय पुराना है और अब आरोपियों पर कार्यवाई की जा रही है। इन आरोपियों में से एक की काफी समय पहले मौत हो चुकी है।