एंटी ड्रग एक्शन: एंटी -एनरोटिक्स फोर्स को झुनझुनु में तैनात किया जाएगा, मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए प्रयास किया जाएगा, 17 चौकी बनाई जाएगी

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इन पदों के माध्यम से, सार्वजनिक जागरूकता अभियान भी समाज में नशे के प्रभाव के लिए आयोजित किए जाएंगे। नियमित रूप से एंटी -ड्रग कार्यक्रमों को चौकी में आयोजित किया जाएगा ताकि लोगों को इसके खतरों से चेतावनी दी जा सके …और पढ़ें

झुनझुनु में एंटी -एनरोटिक्स फोर्स की तैनाती, ड्रग तस्करी का निषेध

एंटी -एनरोटिक्स फोर्स झुनझुनु, अतिरिक्त एसपी स्तर अधिकारी में पोस्ट किया जाएगा

हाइलाइट

  • एंटी नशीले पदार्थों को झुनझुनु में तैनात किया जाएगा
  • पब्लिक अवेयरनेस अभियान नशा के बीमार प्रभावों पर चलाया जाएगा
  • तस्करों की सख्त निगरानी और सख्त कार्रवाई होगी

झुनझुनु सरकार ने जिले में नशीली दवाओं की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एंटी नशीले पदार्थों की टास्क फोर्स का गठन किया है। इसके तहत, राज्य के 17 स्थानों पर एंटी -एनरोटिक्स बल के पद स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से एक झुनझुनु जिले में होगा। इन पदों की कमान को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) स्तर के अधिकारी को सौंप दिया जाएगा।

प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति मिली
राज्य सरकार ने ड्रग तस्करी और एनडीपी (नशीले पदार्थों की दवाओं और साइकोट्रोपिक पदार्थ) अधिनियम के अपराधों को रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। एंटी -एनरोटिक्स टास्क फोर्स विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्र में सीमावर्ती क्षेत्र से मादक पदार्थों की तस्करी की सख्त निगरानी रखेगा। सरकार ने पदों की स्थापना के लिए प्रशासनिक और वित्तीय अनुमोदन प्रदान किया है।

अपराधों की गहराई से जांच की जाएगी
राज्य के राज्य महानिदेशक उर साहू ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि झुनझुनु सहित राज्य में बनाए जाने वाले ये 17 चौकी नशीले पदार्थों के टास्क फोर्स पुलिस स्टेशन जयपुर के अधीन होंगे। इन पदों के माध्यम से, न केवल मादक पदार्थों की तस्करी को रोक दिया जाएगा, बल्कि इस तरह के अपराधों की भी गहराई से जांच की जाएगी। इसके अलावा, नशीली दवाओं की तस्करी से संबंधित सभी प्रकार के मामलों को जयपुर में पुलिस स्टेशन में पंजीकृत किया जा सकता है।

नशा के बीमार प्रभावों की ओर सार्वजनिक जागरूकता अभियान
अवैध ड्रग व्यापार में शामिल अपराधियों का रिकॉर्ड एंटी -नॉट्सोटिक्स पदों में रखा जाएगा। इससे पुलिस को ऐसे अपराधियों पर कड़ी नजर रखने और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने में मदद मिलेगी।
इन पदों के माध्यम से, सार्वजनिक जागरूकता अभियान भी समाज में नशे के प्रभाव के लिए आयोजित किए जाएंगे। नियमित रूप से एंटी -ड्रग कार्यक्रमों को चौकी में आयोजित किया जाएगा ताकि लोगों को इसके खतरों से चेतावनी दी जा सके।

तस्करों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी
राज्य सरकार के इस कदम को राज्य में नशीली दवाओं की लत के अवैध व्यवसाय पर अंकुश लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। एंटी -एनरोटिक्स टास्क फोर्स के गठन के साथ, तस्करों की सख्ती से निगरानी की जाएगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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झुनझुनु में एंटी -एनरोटिक्स फोर्स की तैनाती, ड्रग तस्करी का निषेध

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