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हरियाणा मेडिसिन फैक्ट्री RAID: बिना लाइसेंस के एंटीबायोटिक दवाओं को बनाने के लिए एक कारखाना सोनपत में खरकौडा में पकड़ा गया है। एफडीए टीम ने वरिष्ठ ड्रग कंट्रोल ऑफिसर राकेश दहिया के नेतृत्व में इस अवैध कारखाने पर छापा मारा …और पढ़ें

हरियाणा के सोनपट में कारखाने में बड़ी मात्रा में अवैध दवाएं बरामद की गई हैं।
हाइलाइट
- हरियाणा में अवैध एंटीबायोटिक कारखाना पकड़ा गया था।
- एफडीए टीम ने कारखाने को सील कर दिया और नमूने लिए।
- कारखाना 3 हिमाचल कंपनियों को दवाओं की आपूर्ति कर रहा था।
सोनीपतबिना लाइसेंस के एंटीबायोटिक्स बनाने के लिए एक कारखाना हरियाणा के सोनपत में खारकौडा में पकड़ा गया है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की टीम ने इस अवैध कारखाने पर वरिष्ठ ड्रग कंट्रोल ऑफिसर राकेश दहिया के नेतृत्व में छापा मारा। फैक्ट्री में पेंटापराज़ोल, सिफाकज़िम -200 (माइकसेफ ईएलबी 200), एग्रीथ्रोमाइसिन -200 (रिक -200) और एमोक्सी क्लेवम जैसी दवाएं बनाई जा रही थीं।
एफडीए टीम को कई दिनों तक इस कारखाने के बारे में जानकारी मिल रही थी। सोमवार को, सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर राकेश डाहिया, ड्रग इंस्पेक्टर संदीप हुड्डा, मुंशी राम और ड्रग इंस्पेक्टर पवन की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। टीम ने कारखाने पर छापा मारा और वहां अवैध दवा निर्माण को पकड़ा।
कारखाने का मालिक मनोज राजस्थान का निवासी है, जो मौके पर नहीं था। टीम ने सिरसा के निवासी योगेश को पकड़ा, जो कारखाने की देखभाल करता था। जांच से पता चला कि हिमाचल प्रदेश की तीन कंपनियों की दवाएं यहां बनाई जा रही थीं। टीम ने दवाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए छह नमूने लिए हैं।
कार्रवाई के दौरान, टीम ने कारखाने में मौजूद मशीनों, कच्चे माल और तैयार दवाओं को सील कर दिया। जब्त की गई दवाओं में पेंटापराज़ोल, सिफाक्ज़ेम -200 (माइकसेफ ईएलबी 200), एथ्रोमाइसिन -200 (आरआईसीसी -200) और एमोक्सी प्लस क्लैवम शामिल हैं। ये ड्रग्स और उनके बक्से महाराष्ट्र में मुंबई पुलिस स्टेशन में मैक्स सेल लाइफ केयर और हिमाचल जिले के सोलन, तहसील नालगढ़ में पैराडैक्स फार्मास्युटिकल कंपनी के निर्माण और विपणन में काम कर रहे हैं।
कारखाने में बरामद अवैध दवाएं
ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि इस कारखाने में फेरोज़ेपुर बंगर क्षेत्र में लाइसेंस के बिना चल रहे इस कारखाने में बड़ी मात्रा में अवैध दवाएं बरामद की गई हैं। योगेश ने बताया कि उनके भाई -इन -लाव मनोज इस कारखाने का मालिक हैं और वह राजस्थान से हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है कि वह कहां माल लाते थे और जहां वह आपूर्ति करते थे।