आखरी अपडेट:
भरतपुर समाचार: राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित गंगा मा मंदिर विश्वास, श्रद्धा और अद्भुत वास्तुकला का एक अनूठा संगम है। यह भव्य मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है। बल्कि इसकी वास्तुकला भी एक विशेष पहचान …और पढ़ें

राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित गंगा मां का मंदिर, आचार श्रद्धा और अद्भुत वास्तुकला का एक अनूठा संगम है। यह भव्य मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है।

बल्कि इसकी वास्तुकला भी इसे एक विशेष पहचान देती है। इस मंदिर की नींव को 1845 में भरतपुर के महाराजा बालवंत सिंह ने रखा था।

उन्होंने इस भव्य मंदिर का निर्माण करने के लिए देश भर के कुशल कारीगरों और कारीगरों को आमंत्रित किया। उनके निर्देशन में, मंदिर बड़ी भव्यता और कलात्मकता से बना था।

मंदिर ने इन पत्थरों से एक शाही और दिव्य रूप प्राप्त किया है। मंदिर के स्तंभों और गुंबदों की दीवारों पर नक्काशी भारतीय वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थान है, बल्कि भारतपुर की सांस्कृतिक विरासत का शानदार प्रतीक भी है। विभिन्न त्योहारों के अवसर पर यहां विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें दूर -दूर के लोग भाग लेने के लिए आते हैं।

मंदिर का शांत वातावरण प्रत्येक आगंतुक कलात्मक संरचना और आध्यात्मिक ऊर्जा को एक विशेष अनुभव प्रदान करता है। आज भी, गंगा माँ का यह मंदिर भरतपुर के लोगों के लिए विश्वास का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है।