भारी बारिश के अलर्ट के चलते चारधाम यात्रा रोकी गई

गुरुवार, 30 मई, 2024 को रुद्रप्रयाग जिले में ‘चार धाम यात्रा’ के दौरान केदारनाथ मंदिर में उमड़े श्रद्धालु। | फोटो साभार: पीटीआई

उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में 7-8 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनजर चार धाम यात्रा 7 जुलाई को अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई थी।

गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि गढ़वाल मंडल में 7-8 जुलाई को भारी बारिश की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनजर सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया जाता है कि वे 7 जुलाई को ऋषिकेश से आगे चार धाम यात्रा के लिए रवाना न हों।

उन्होंने कहा कि जो लोग तीर्थयात्रा पर निकल चुके हैं, उन्हें मौसम साफ होने तक वहीं प्रतीक्षा करनी चाहिए, ताकि वे अपनी आगे की यात्रा शुरू कर सकें।

पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के विभिन्न भागों में भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहा है तथा बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग कई स्थानों पर पहाड़ी से गिर रहे मलबे के कारण अवरुद्ध हो गया है।

चमोली जिले के कर्णप्रयाग के चटवापीपल इलाके के पास भूस्खलन के बाद पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से 6 जुलाई को हैदराबाद के दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। वे मोटरसाइकिल पर बद्रीनाथ से लौट रहे थे, तभी दुर्घटना हुई।

उत्तराखंड की नदियां भी उफान पर हैं और जोशीमठ के पास विष्णु प्रयाग में अलकनंदा खतरे के निशान के करीब बह रही है। अलकनंदा विष्णु प्रयाग में धौली गंगा में मिल जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *