हिमाचल प्रदेश के ऊना के एक परिवार के आठ सदस्यों सहित नौ लोगों की रविवार को होशियारपुर से लगभग 34 किलोमीटर दूर मौसमी नाले जैजों चोई में वाहन के बह जाने से मौत हो गई तथा दो अन्य लापता हो गए।
पंजाब के कई हिस्सों और अन्य क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा के कारण यह नदी उफान पर थी।
पुलिस ने बताया कि ऊना के देहलन गांव के एक परिवार के ग्यारह सदस्य एक ड्राइवर के साथ टोयोटा इनोवा में सवार होकर पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर के मेहरोवाल गांव में एक शादी में शामिल होने जा रहे थे। घटना सुबह करीब 10.30 बजे हुई। पुलिस ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को नदी में तेज बहाव के कारण चोई को पार न करने की चेतावनी दी थी, लेकिन उसने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया और आगे बढ़ गया।
होशियारपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र लांबा ने बताया, “जैजों चोई के दूसरी तरफ पांच वाहन और एक मिट्टी हटाने वाली मशीन खड़ी थी, जो पानी के कम होने का इंतजार कर रही थी। इन वाहनों में सवार लोगों ने ड्राइवर से रुकने को कहा, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी, जिससे यह दुखद घटना हुई।”
पुलिस ने बताया कि वाहन तेज पानी की धारा में बहकर करीब 200 मीटर नीचे चला गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, “तेज बहाव के कारण यात्रियों को सुरक्षित निकलने का मौका ही नहीं मिला।” घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि वाहन पानी से भरे चो में फंस गया था।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान सुरजीत भाटिया, उनकी पत्नी परमजीत कौर, भाई सरूप चंद, भाभी बिंदर, मेहतपुर के भटोली निवासी शिन्नो, उनकी बेटियां भावना और अनु, बेटा हर्षित और चालक बिंदु के रूप में हुई है।
एसएसपी ने बताया कि नदी से नौ शव बरामद किए गए हैं, जिनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। लापता दो लोगों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। हालांकि, कई स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति दीपक भाटिया को बचा लिया और उसे जैजोन स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में ले गए।
होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि लापता लोगों के बचाव और तलाशी अभियान में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को तैनात किया गया है। उन्होंने लोगों से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाने से बचने की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी और इस संबंध में ऊना के जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।