हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पंकज अग्रवाल ने कहा है कि राज्य में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले और जम्मू-कश्मीर में पहले और दूसरे चरण के चुनाव के बाद 24 सितंबर तक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 155 कंपनियां पहुंच जाएंगी।
सीईओ ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 25 कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 15, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की 30, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 25, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 35 और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की 25 कंपनियां 24 सितंबर से तैनात की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य ने 225 कम्पनियां मांगी थीं, जिनमें से 70 कम्पनियां अगस्त के अंतिम सप्ताह में राज्य में आ चुकी हैं।
प्रारंभ में, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सीआरपीएफ और सीआईएसएफ की 15-15 कंपनियां तथा बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और आरपीएफ की 10-10 कंपनियां सीधे हरियाणा भेजी गईं।
सीईओ ने कहा कि मतगणना पूरी होने तक ईवीएम, स्ट्रांगरूम और मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए 30 कंपनियां राज्य में रहेंगी, जबकि शेष 195 कंपनियां वापस लौट जाएंगी।
सीईओ ने कहा, “स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराना चुनाव आयोग का प्राथमिक लक्ष्य है। इस संबंध में, राज्य पुलिस के साथ-साथ बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और आरपीएफ सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की कंपनियों को तैनात किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग बिना किसी दबाव के और निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।” उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात करने का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया के दौरान फ्लैग मार्च और क्षेत्र वर्चस्व के माध्यम से मतदाताओं में विश्वास पैदा करना है।
उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों के आसपास आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए हरियाणा पुलिस, आईआरबी और होमगार्ड के जवान तैनात किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि निगरानी के लिए महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। मतदान केंद्रों पर निगरानी रखने के लिए वेबकास्टिंग का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि एनसीसी/एनएसएस और रेड क्रॉस के स्वयंसेवक मतदान प्रक्रिया में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की सहायता करेंगे।
इस बीच, 13 सितंबर को सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के नामांकन पत्रों की जांच पूरी होने के बाद 1,221 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए।
सीईओ ने बताया कि 338 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए।