चंडीगढ़ में वित्तीय धोखाधड़ी के और मामले सामने आए
हाल ही में पुलिस रिपोर्टों से पता चला है कि शहर में वित्तीय धोखाधड़ी और धोखाधड़ी की कई घटनाएं हुई हैं।
डेरा बस्सी निवासी कृपाल सिंह ने सेक्टर 3 थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें सेक्टर 8 स्थित मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के मोहन रावत, मोनू कांटावाला व अन्य कर्मचारियों पर आरोप लगाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई ₹बीमा पॉलिसी के संबंध में 3,03,000 रु.
धनास के बलबीर सिंह ने भी सारंगपुर पुलिस थाने में शिकायत देकर आरोप लगाया कि अज्ञात बदमाशों ने अवैध रूप से उनका एटीएम कार्ड बदल लिया और खाते से पैसे निकाल लिए। ₹26 मई को उनके बैंक खाते से 1,20,000 रुपये निकाल लिए गए। धोखाधड़ी से पैसे निकाले जाने के संबंध में संदेश मिलने के बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
इसी तरह के एक मामले में सेक्टर 47-सी निवासी जुगल किशोर ने सेक्टर 31 थाने में शिकायत दर्ज कराई कि कैसे एक अज्ञात व्यक्ति ने उसका एटीएम कार्ड बदल लिया और पैसे निकाल लिए। ₹9 जून को उनके बैंक खाते से 43,440 रुपये निकाल लिये गये।
एक अन्य शिकायत में राम दरबार निवासी राधे श्याम ने बताया कि उत्तर प्रदेश के चक फजलपुर निवासी मोहम्मद आसिफ ने उसके एटीएम कार्ड के साथ छेड़छाड़ कर रुपये निकाल लिए। ₹8 मार्च 2022 को 24,500.
सेक्टर 34 पुलिस स्टेशन में भी एक इमिग्रेशन धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसमें कैथल, हरियाणा के दीप बाबू ने शिकायत की कि सेक्टर 44 स्थित सफायर इमिग्रेशन ने ₹उन्होंने उसके बेटे को विदेश भेजने के लिए उससे 7,60,330 रुपये मांगे, लेकिन न तो उन्होंने अपना वादा पूरा किया और न ही पैसे लौटाए।
सेक्टर 48-सी निवासी उमेश कुमार ने सेक्टर 49 थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि नरेंद्र शर्मा समेत अन्य लोगों ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। ₹3 लाख रु.
सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन को बठिंडा के पवन कुमार गर्ग की ओर से शिकायत मिली थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि अरुण कुमार यादव ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र का उपयोग करके सुखना झील पर सौर नौकाओं के परिवहन का ठेका हासिल किया था।
पुलिस ने बताया कि इन शिकायतों के संबंध में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं तथा आगे की जांच जारी है।